हिंदी दिवस -14/09/2023
09/11/2023
राजकोट
धर्मेन्द्रसिंहजी आर्ट्स कोलेज, राजकोट हिंदी विभाग हिंदी दिवस धर्मेन्द्रसिहंजी आर्ट्स कोलेज, राजकोट में हिंदी विभाग द्वारा ता. 14/09/2023 बृहस्पतिवार के दिन हिंदी दिवस मनाने का आयोजन किआ गया था | इस समग्र कार्यक्रम का सञ्चालन हिदी विभाग के प्राध्यापक डॉ. रविकुमार आर. डेकाणी सर ने अपनी रसात्मक शैली में प्रारंभ किया| इस कार्यक्रम का आरंभ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रगटी द्वारा शरु किया गया| तीसरे सेम. की छात्रा बजानिया बिन्द्या ने प्राथना गीत गाया| इसके बाद पांचवे सेम. की छात्रा धोकिया भक्ति ने प्रमचंद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर अपने विचार प्रगट करते हुए कहा की उपन्यास सम्राट प्रेमचंद की लोकप्रियता आज भी अक्षुण है| इसके बाद तीसरे सेम. के दो छात्र चावड़ा यग्नेश ओर परमार संजय ने प्रसाद के नाटक चंद्र्ग्रुप्त में से उद्धृत लोक जागृति एवं राष्ट्र प्रेम से खचित हिमाद्री तृग – श्रुंग से प्रबुद्ध शुध्ध भारती का समूह गान किया| तद पश्चात चोतानिया सचिन ने शायरी प्रस्तुत की| इसके बाद प्रथम वर्ष की छात्रा पारलिया पायल ने हिंदी भासा के महत्त्व पर अपने विचार प्रसुत किए| इसके बाद आने वाले छात्र वाघेला वनराज ने कबीर के उपदेशात्मक दोहों को प्रस्तुत किया| तद पच्यात प्रथम वर्ष की छात्रा अपेक्साबा जाला ने हिंदी स्वरचित कविता का गण किया| उसके बाद रातडिया हार्दिक ने एक वृध्ध पिता की आप विती की काव्यात्मक कहानी प्रस्तुत की | इसके बाद रोहडीया अनिरुद्ध ने हरिवंश राय बच्चन की कविता प्रस्तुत की | इसके बाद पांचवे सेम. की छात्र भट्टी मोहित ने दिनकर की कविता सिंहासन खली करो जनता आती है की कविता प्रस्तुत की| इसके बाद आने वाली छात्र निमावत धरा ने गिरजा कुमार माथुर की कविता का पठन किया| इसके बाद चरण रघु ने संत कबीर के दोहे गाए | इसके पश्चात हिंदी की विभागा अद्याक्षा डॉ. हेमल बहन व्यास ने हिंदी के व्यापक क्षेत्र के महत्व पर अपने विचार प्रस्तु किए| इस कार्यक्रम का समापन इसी विभाग की दूसरी प्रद्यापिका डॉ. मालती बी. पांडे ने हिंदी के अस्तित्व एवं महत्त्व पे अपने विचार व्यक्त करते हुए राष्ट गान के साथ समग्र कार्यक्रम का समापन किया |